यूपी की 403 विधानसभा सीटों के लिए 7 चरण में होंगे। चुनाव आयोग ने कहा है कि कोविड नियमों के साथ राज्य में चुनाव कराए जाएंगे। यूपी में पहले चरण के लिए 14 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी होगा। 10 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। 10 मार्च को रिजल्ट आएगा।
यूपी में मतदान की तारीखें-
14 जनवरी को यूपी में नोटिफिकेशन जारी होगा।
पहले फेज में 10 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।
सेकंड फेज में 14 फरवरी को इलेक्शन होगा।
तीसरे फेज में 20 फरवरी को वोटिंग होगी।
चौथे फेज में 23 फरवरी को वोटिंग होगी।
पांचवें फेज में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।
छठा चरण तीन मार्च को होगा।
7वां चरण 5 मार्च को होगा।
10 मार्च को रिजल्ट आएगा।
15 जनवरी के बाद जिला प्रशासन की अनुमति के बाद ही रैली कर सकेंगे।
15 जनवरी तक नुक्कड़ सभा पर रोक, जीत के बाद भी कोई शो नहीं कर सकेंगे।
किसी भी तरह की पद यात्रा, साइकिल यात्रा और रोड शो भी नहीं कर सकते हैं।
यूपी में 90% लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।
डोर-टू-डोर कैंपेन के सिर्फ 5 लोगों को इजाजत मिलेगी।
चुनाव में फ्रंटलाइव वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाई जाएगी।
80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग व्यक्ति और कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति पोस्टल बैलेट से मतदान कर सकते हैं।
आपराधिक आरोप वाले उम्मीदवारों की जानकारी पार्टियों को चुनाव आयोग को देनी होगी।
प्रत्याशियों के लिए चुनाव खर्च की लिमिट बढ़ाकर 40 लाख की गई।
हर बूथ पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। पोस्टल बैलेट और व्हीलचेयर की व्यवस्था की जाएगी।
राजनीतिक दलों के लिए सुविधा ऐप बनाया गया है। इसके जरिए वे कहीं से भी कोई शिकायत कर सकते हैं।
समय पर चुनाव कराना इलेक्शन कमीशन की जिम्मेदारी है।
कोरोना में सुरक्षित चुनाव कराने के लिए आयोग पूरी तरह तैयार है।
इसके लिए 5 राज्यों में पहले चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई। अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से फीडबैक भी लिया गया।
चुनाव आयोग ने एक दिन पहले ही यूपी को केन्द्रीय सुरक्षा की 150 कंपनियां एलॉट की हैं।
चीफ इलेक्शन कमीश्नर सुशील चंद्रा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे हैं।
यूपी कों 150 केंद्रीय बलों की कंपनियां मिलीं
केंद्र से यूपी को केंद्रीय बलों की 150 कंपनी मिली हैं। इनमें सबसे ज्यादा 4 कंपनी प्रयागराज को दी गई हैं। इसके बाद आगरा, अलीगढ़, प्रतापगढ़, बरेली, मुरादाबाद, मथुरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, एटा, फतेहपुर, बदायूं, शाहजहांपुर, रामपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बहराइच, कन्नौज, झांसी, हरदोई, मिर्जापुर, सोनभद्र, नोएडा कमिश्नरेट, चंदौली, बागपत, मुजफ्फरनगर, मऊ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, बाराबंकी, इटावा, बिजनौर को दो-दो कंपनी सीआरपीएफ दी गई है, जबकि बाकी जिलों को एक-एक कंपनी दी गई है।